
डीएफओ संग वन विभाग की टीम पहुंची, पकड़ने की हो रही कोशिश
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वाराणसी। चौबेपुर थाना अंतर्गत चिरईगांव गौरा कला स्थित नवापुरा गांव में आज सुबह घुस आए तेंदुए के आतंक से पूरा इलाका थर्रा उठा। इस दौरान स्थानीय युवक अमित मौर्य पर तेंदुए ने हमला कर उसे लहू लुहान कर दिया। अमित की जान लेने पर उतारू तेंदुए को भगाने के लिए जब ग्रामीणों ने घेरेबंदी कर शोर मचाया तो तेंदुआ उसे छोड़ कालोनी के रास्ते सुनसान स्थल पर जाकर छुप गया। इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया। लोग अपने बच्चों को और परिजनों को घरों के अंदर कैद कर छत से तमाशा देखने लगे।
इसी बीच स्थानीय पुलिस और वन विभाग को सूचना दी गई। सूचना के दो घंटे बाद मौके पर वन विभाग की डीएफओ स्वाति सिंह के नेतृत्व में पूरी टीम पहुंच गई। लोगों ने बताया कि शुरुआती दौर में वन विभाग के कर्मचारियों के पास तेंदुए को पकड़ने के लिए ना कोई संसाधन था ना उनके पास कोई सुरक्षा कवच। संभवत: सूचना का पता लगाने टीम पहुंची थी उसे वास्तव में तेंदुआ होने का आभास नहीं था। बाद में तेंदुआ एक करौंदा के पेड़ के नीचे छुप कर बैठा हुआ देखा गया तब वन विभाग के अधिकारियों के कान खड़े हो गए।
आनन फानन में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर संसाधन की मांग की गई और तेंदुआ को पकड़ने के लिए प्रयास शुरू हो गया समाचार दिए जाने तक तेंदुआ वन विभाग की टीम के पकड़ से बाहर था और इलाके में लोग तेंदुए के डर से थर-थर कहां पर रहे थे। कुछ लोगों ने भागते हुए तेंदुए का वीडियो और फोटो बना लिया जिसे सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया गया। इस घटना से आसपास के इलाकों में भी हड़कंप मचा रहा। लोग अपने घर वालों को सूचित कर घर में ही छुपे रहने के लिए ताकीद करते देखे गए। इस घटना के बाद चिरईगांव के आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया गया है।
बताया गया कि तेंदुए के हमले से घायल अमित मौर्य गुलाब के फूल का धंधा करता है आज सुबह वह अपने गुलाब की तुड़ाई करने खेतों में गया था। इसी दौरान अचानक तेंदुए ने उसे पर हमला कर दिया जिसके चलते उसके बाएं कंधे और हाथ में जख्म के गहरे निशान हैं। आनन फानन में में बाइक पर लादकर उसे लेढूपुर ( आशापुर) स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया उसका इलाज चल रहा है। इधर घटनास्थल पर तमाशा बीनों की भारी भीड़ लगी हुई थी। वहां मौजूद एक वरिष्ठ रिपोर्टर ने बताया कि फिलहाल तेंदुआ एक पेड़ की छाया में बैठा हुआ है और वन विभाग की टीम उससे लगभग 500 मीटर दूर खड़ी होकर तेंदुएं पर नजर रख रही है।