

शिक्षा में नवाचार और तकनीकी समावेशन के तहत वाराणसी के परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा, उ०प्र० द्वारा जनपद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास तथा आईसीटी लैब की स्थापना की जा रही है। जिसका उद्देश्य बच्चों को गुणवत्ता युक्त, रोचक व तकनीक आधारित शिक्षा उपलब्ध कराना है। आने वाले एक माह में समस्त स्मार्ट क्लास तथा आईसीटी लैब की स्थापना कर दी जायेगी।

स्मार्ट क्लास की विशेषताएँ-

स्मार्ट क्लास में स्मार्ट पैनल, हाई स्पीड इंटरनेट, डिजिटल पाठ्यवस्तु एवं ऑडियो-विजुअल कंटेंट की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। यह तकनीक छात्रों को विषयों को समझने के लिए आकर्षक और इंटरएक्टिव मध्यम प्रदान करती है। आने वाले एक माह में कुल 90 स्मार्ट क्लास स्थापित की जायेगी।
आईसीटी लैब की विशेषताएँ-


आईसीटी लैब के अंतर्गत डेस्कटॉप कंप्यूटर, प्रिंटर, ई-बुक्स, ऑनलाइन अध्ययन सामग्री और इंटरनेट जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही है। 2023-24 में 81 तथा 2024-25 में 15 विद्यालयों में आईसीटी लैब अनुमोदित है। जिससे कुल 96 विद्यालय को लाभान्वित किया जायेगा।
प्रभाव एवं लाभ-

छात्रों की शिक्षा में रुचि व सहभागिता में वृद्धि करना।
कठिन विषयवस्तु को सरल व रोचक तरीके से समझने में मदद करना।
छात्र गृहकार्य व प्रोजेक्ट अब डिजिटल टूल्स की मदद करना।
शिक्षक भी डिजिटल टूल्स के प्रभावी उपयोग हेतु प्रशिक्षित करना।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया-


यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की डिजिटल शिक्षा के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है। भविष्य में शेष विद्यालयों को भी इस योजना में सम्मिलित किया जाएगा। पूर्व में राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा, उ०प्र० द्वारा 132 स्ॉट क्लास की स्थापना की जा चुकी है।
भविष्य की योजन-

प्रत्येक विद्यालय को आईसीटी युक्त बनाना।
शिक्षा को स्थानीय जरूरतों से जोड़ने हेतु स्थानीय भाषा में डिजिटल कंटेंट का निर्माण।
एकीकृत मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से रीयल-टाइम निगरानी।
यह पहल न केवल छात्रों को डिजिटल दुनिया से जोड़ रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, रचनात्मक और वैश्विक प्रतियोगिता के लिए तैयार भी कर रही है।










