वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री तथा जनपद वाराणसी के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में जनपद में गतिमान विभिन्न परियोजनाओं तथा प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में जिले के योगदान को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई जिसमें मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सीएम डैशबोर्ड, योजनाएं तथा वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में जिले के योगदान की जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से रखी गयी।

प्रभारी मंत्री ने जल जीवन मिशन की समीक्षा की जिसमें उन्होंने रोड रेस्टोरेशन के कार्यों की जांच हेतु स्थानीय विधायकों की मौजूदगी में पांच-पांच जगहों पर स्पॉट शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में निरीक्षण कराने के निर्देश दिये जिसमें उन्होंने शतप्रतिशत रोड रेस्टोरेशन करने के निर्देश दिये। कोई जगह उबड़-खाबड़ नहीं हो, काम चलाऊ नहीं चलना चाहिये।

बैठक में शहर में जाम की समस्या के निवारण हेतु पुलिस विभाग को नगर निगम के साथ मिलकर सड़कों के किनारे ग्रिल लगाते हुए, वन वे ट्रैफिक, अतिक्रमण हटाने समेत उचित प्रबंधन करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि मुख्य सड़क का आवागमन बाधित न हो इसको देखते हुए समुचित समाधान सुनिश्चित करें।

मंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों को मत्स्य विभाग की योजनाओं को प्रचारित-प्रसारित करने तथा जिलाधिकारी को प्राथमिक तथा द्वितीयक सेक्टर के संबंध में एक कार्यशाला आयोजित करने को निर्देशित किया ताकि आमजनों को विभाग की योजनाओं की जानकारी दी सके।
ग्रामीण क्षेत्र के सभी विधायक अपने क्षेत्रों में शासन की सभी अनुदानित योजनाओं को प्रचारित-प्रसारित करें ताकि सभी जरूरतमंद को उचित लाभ मिल सके। विद्युत विभाग के द्वारा गलत बिल रीडिंग की लगातार शिकायतों पर विभाग द्वारा सुधार नहीं करने पर एफआईआर कराने के निर्देश दिये।

जीएम डीआईसी को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना को जनप्रतिनिधियों के सहयोग से और प्रचारित-प्रसारित कराने को निर्देशित किया। उन्होंने बैंको के सहयोग से सीडी रेशियो को प्रदेश के रेशियो 61 प्रतिशत से ऊपर ले जाने को निर्देशित किया। अग्रणी जिला प्रबंधक को लाभार्थियों के लोन संबंधी खारिज किये जाने पर गहरी नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी को स्वतः देखने हेतु निर्देशित किया। उद्योग या स्वरोजगार हेतु लोन से संबंधित किसी भी आवेदन को खारिज नहीं किया जाये। बैकों से वार्ता करते हुए लोन दिलाने को लगातार बात किया जाये। बैंकों को लाभार्थियों को लोन देने पर लगातार दौड़ाने पर उन्होंने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जरूरतमंद को लोन जरूर मिले इसको सुनिश्चित किया जाये। सरकार की प्राथमिकता रोज़गार देने की है। सबसे ज्यादे फोकस इसी पर है। योजनाओं को जमीन पर उतारते हुए समुचित परिणाम देना सुनिश्चित करें।
इससे पहले बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी द्वारा पुष्पगुच्छ देकर प्रभारी मंत्री का स्वागत किया गया तत्पश्चात मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रभारी मंत्री को दी गयी जिसमें उन्होंने जनपद के विकास के संबंध में विभिन्न सेक्टरों को प्रभारी मंत्री के समक्ष चिह्नित किया जिससे वाराणसी को गति मिली है जिसमें काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, रिंग रोड, स्वर्वेद मंदिर, नमो घाट, कैंसर अस्पताल, अमूल डेयरी, बुद्धा थीम पार्क शामिल हैं तथा आने वाले समय में रोपवे, गंगा एक्स्प्रेसवे, मल्टी मॉडल टर्मिनल, टाउनशिप योजनाओं से वाराणसी का और भी बड़े स्तर पर विकास होना सुनिश्चित होगा।

प्राथमिक सेक्टर को बढ़ाने हेतु राजकीय कृषि प्रक्षेत्र पर सीड पार्क की स्थापना, फसलों के बीज मिनीकिट का कृषकों के मध्य निःशुल्क वितरण, कृषि उत्पादों का निर्यात, एग्रीटेक स्टार्टअप, गोदाम, शीतगृह की स्थापना, कृत्रिम गर्भाधान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। द्वितीयक सेक्टर में संगठित तथा असंगठित विनिर्माण तथा पंजीकृत एमएसएमई इकाइयों, विद्युत, गैस तथा जल एवं अन्य उपयोगी सेवायें से बढ़ावा दिया जा रहा है। तृतीयक सेक्टर के विकास हेतु पर्यटन उद्योग, मेडिकल टूरिज्म, होम स्टे, गंगा नदी में क्रूज तथा इलेक्ट्रिक नावों का संचालन आदि से उचित आवागमन आदि से सेवा सेक्टर को और गति दी गयी है।

मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने जिले में सब्जी, फूलों के उत्पादन को बढ़ावा देने, देशी नस्ल की गायों की मंडी चालू करने तथा जिलाधिकारी से उद्योग विभाग, पर्यटन, फायर द्वारा ऑनलाइन एनओसी देने में हीलाहवाली तथा उद्यमी मित्र के कार्यों के संबंध में बैठक करने के निर्देश दिये। उन्होंने चलो रोजगार करें अभियान चलाने का सुझाव देते हुए उद्यम एवं रोजगार को बढ़ावा देने हेतु महाविद्यालयों में कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिये।







