
वाराणसी। धार्मिक नगरी काशी में दो दिन से ग्रामीण तेंदुआ के दहशत में जीने को विवश रहे। गौरा कला के नवापुर में तीन लोगों पर हमला करने के बाद तेंदुए ने अपना लोकेशन बदल लिया है, अब नया इलाका दहशत की जद में आ चुका है। वन विभाग और पुलिस की टीम लगातार तेंदुए का पीछा कर तो रही है लेकिन अब तक उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई है। बता दें कि आज तड़के सुबह सूचना मिली कि तेंदुआ नवापुरा से निकल कर समीप के बरियासनपुर स्थित एक ईंट भट्ठे के समीप नींबू के बगीचे में देखा गया। इस बात की सूचना पाकर दोपहर मे वन विभाग और पुलिस की टीम उस इलाके में पहुंच गई। बरियासनपुर स्थित लोहा ईंट भट्ठे के आसपास खतरनाक तेंदुआ को खोजने के लिए कांबिंग अभियान चल रहा था। शनिवार की शाम को समाचार दिए जाने तक तेंदुआ ढूंढा नहीं जा सका था। वन विभाग की पूरी टीम फिलहाल खाली हाथ नजर आई।
दर्जनों गांव के लोग दहशत में जीने को विवश
तेंदुआ ने आज शाम तक किसी के ऊपर हमला नहीं किया लेकिन लोगों का डर बना हुआ है। स्थानी लोगों ने बताया कि चिरईगांव, गौरा कला, नवापुरा, लेढूपुर , तिलमापुर आशापुर समेत दर्जनों इलाके में लोग रात भर जागते रहे। उधर कई गांव में युवाओं की टोली टॉर्च और लाठी लेकर जागते रहो का घोष करते दिखे। गौरा कला के नवापुरा में कल तीन लोगों को तेंदुए ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया था जिनका इलाज आज भी अस्पताल में चल रहा है। बताया गया कि घायल लोगों की हालत अभी भी गंभीर है, किसी को 20 तो किसी को 37 टांके लगाने पड़े हैं। कल की घटना को देखते हुए आज भी बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर जाने से मना करते लोग अनावश्यक बाहर निकलने से भी परहेज करते दिखे। इस इलाके के स्कूलों में आज छात्र-छात्राओं ही नहीं अध्यापकों की भी उपस्थिति भी कम देखी गई।
आखिर डीएफओ स्वाती ने क्या कहा?
जब पांडे जी ने इस संदर्भ में जब वाराणसी की डीएफओ स्वाति श्रीवास्तव से पूछा तो उन्होंने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए लखनऊ और गोरखपुर की विशेष टीम काशी में डेरा डाल चुकी है। हमलावर तेंदुए पर लगातार नजर रखी जा रही है जैसे ही उसका सही लोकेशन मिल जाएगा उसे पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने आम लोगों से अपील किया है कि सावधान रहते हुए तेंदुए के लोकेशन की सही सूचना विभाग को जरूर दें।
तेंदुआ दिखे तो वन विभाग या पुलिस को जरूर दें सूचना
डीएफओ स्वाति श्रीवास्तव ने कहा कि तेंदुआ को लेकर किसी तरह की अफवाह के चक्कर में ना पड़े, यदि तेंदुआ दिखे तो खुद किसी तरह का उसपर हमला न करें, और किसी तरह की लापरवाही भी न दिखाएं। उन्होंने कहा कि कल गौराकला के जिस स्थान पर तेंदुआ देखा गया था अब वहां से वह गायब हो चुका है। भूखा रहने पर वह किसी जानवर या इंसान पर हमला भी कर सकता है। अंधेरे में वह लगातार भागने की कोशिश करेगा ऐसे में कहीं वह दिख जाए तो तुरंत वन विभाग या स्थानीय पुलिस को सूचना जरूर दें। डॉ. लोकनाथ पांडेय की क़लम से!