

नगर आयुक्त, अक्षत वर्मा द्वारा 120 एम०एल०डी० सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट एवं एम०पी०एस० गोईठहा के संचालन के सम्बन्ध में निरीक्षण किया गया।

*निरीक्षण के दौरान:* एम०पी०एस०, सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट एवं सम्बनिवत कन्ट्रोल रुम के कार्य प्रणाली, टेक्नालाजी, संचालन एवं प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली गई। जिसके क्रम में शहरोज दोस्त अधिशासी अभियंता इलेक्ट्रिकल/ मैकेनिकल द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त प्लान्ट को वर्ष 2019 में कमीशनिंग कर चालू किया गया तथा वर्तमान में कार्यकारी फर्म मेसर्स एल०एण्ड टी० लिए, चेन्नई द्वारा 5 वर्षों का संचालन एवं अनुरक्षण कराया जा रहा है। यह भी अवगत कराया गया कि वाराणसी के ट्रांस-वरुणा क्षेत्र के विभिन्न हाउस होल्डों का सीवेज उक्त प्लान्ट के एम०पी०एस० पर आता है. जहाँ अधिष्ठापित पम्पों के माध्यम से पम्प कर सीवेज प्लान्ट के इनलेट चैम्बर को भेजा जाता है, जिसके उपरान्त सीवेज फाइन स्कीन चैनत्न एवं ग्रिट रिमूवल यूनिट से होते हुये 6 नग एस०बी०आर० बेसिन को आवश्यकतानुसार यैविटी के माध्यम से भेजा जाता है।

उका एस०बी०आर० बेसिन में मुख्य रुप से फिलिंग, एड्रेशन, सेटलिंग तथा डिकॅन्टिग का कार्य निर्धारित समय अवधि के अनुसार किया जाता है। उक्त एस०बी०आर० टैंक में सीवेज वाटर के ट्रीटमेंट के उपरान्त यू०पी० चैनल में डिस इन्फेक्शन हेतु पास कराते हुये टी०ई०पी०एच० को भेजा जाता है, जहाँ से ट्रीटेड वाटर पंपों के माध्यम से नरोखर ट्रेन से होते हुये वरुणा नदी में भेजा जाता है।

एस०टी०पी० के एस०बी०आर० टैंक में सेटिल्ड स्लज को सरप्लस एक्टिवेटेड स्लज पम्प के माध्यम से स्लज हैण्डलिंग एवं ट्रीटमेंट यूनिट को भेजा जाता है, जहाँ से स्लज को स्लज चिकनर, सेन्ट्रीफ्यूज यूनिट तथा वाल्यूट प्रेस से पास कर स्लज को ड्राई किया जाता है।

*निरीक्षण के दौरान:* शहरोज दोस्त अधिशासी अभियंता इलेक्ट्रिकल/ मैकेनिकल, सहायक अभियंता एवं अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।








