
वास्तुशास्त्र एवं आंतरिक सज्जा विषय
वाराणसी,सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में दीन दयाल कौशल विकास केंद्र के शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन*—
*विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है—* निदेशक प्रो विधु द्विवेदी।
विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा वास्तुशास्त्र एवं आंतरिक सज्जा विषय के चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए एक शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस भ्रमण के दौरान, विद्यार्थियों को दुर्गा कुंड क्षेत्र में स्थित एक निर्माणाधीन स्थल पर ले जाकर वास्तुशास्त्र की व्यावहारिक जानकारी दी गई।
*शैक्षणिक भ्रमण के मुख्य आकर्षण:*—
*वास्तुशास्त्र की व्यावहारिक जानकारी*: प्रशिक्षकों द्वारा साइट पर प्रशिक्षण देते हुए निर्माण की बारीकियों, आंतरिक सज्जा की योजना एवं व्यावहारिक अनुप्रयोगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
*स्थल निरीक्षण*:— विद्यार्थियों ने स्थल निरीक्षण कर वर्तमान निर्माण कार्य, डिजाइनिंग तकनीक एवं सामग्री के उपयोग की प्रक्रिया को समझा।
*व्यावहारिक पक्ष को सुदृढ़ करना*: —
यह विजिट उनके पाठ्यक्रम के व्यावहारिक पक्ष को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
*कौशल विकास केन्द्र की निदेशक का बयान:*—
कौशल विकास केन्द्र की निदेशक प्रो विधु द्विवेदी ने बताया कि इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने और अपने कौशल को विकसित करने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
*विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिबद्धता:*–
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस तरह के प्रयासों को विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए आवश्यक बताया और भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक कार्यक्रमों के आयोजन की प्रतिबद्धता जताई। इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने और अपने कौशल को विकसित करने में मदद मिलती है।