
सर्वे में पर्यटकों ने अयोध्या, वाराणसी और प्रयागराज में संगम को देश के टॉप डेस्टिनेशन के रूप में चुना। यह भी सामने आया कि मेले के दौरान प्रयागराज आने वाले घरेलू और विदेशी श्रद्धालुओं ने औसतन 5877.63 रुपये व्यय किया। इस प्रकार महाकुंभ ने उत्तर प्रदेश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान दिया।


यह जानकारी मेसर्स डिलायट द्वारा दी गई।पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि डिलायट राज्य की वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी के लक्ष्य में पर्यटन के अधिकतम योगदान पर कार्य कर रहा है। संस्था की ओर से बताया गया कि भारत सरकार द्वारा महाकुंभ स्पीरिचुअल सर्वे-2025 कराया गया था। इसका उद्देश्य देश के टॉप डेस्टिनेशन का पता करना था ताकि वहां का आवश्यकतानुरूप विकास किया जा सके। इस क्रम में 28 जनवरी से 26 फरवरी के बीच प्रयागराज में तेलियरगंज, झूंसी, अरैल, परेड ग्राउंड सहित अन्य स्थलों पर ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गर्वनमेंट (एआइआइएलएसजी) द्वारा सर्वे कराया गया।सर्वे के मुताबिक घरेलू पर्यटकों ने परिवार के साथ जबकि विदेशी पर्यटकों ने अकेले महाकुंभ भ्रमण को प्राथमिकता दी। 40 प्रतिशत भारतीय परिवार के साथ, 30.88 प्रतिशत अकेले, 29.13 प्रतिशत दोस्तों के साथ जबकि 55.26 प्रतिशत विदेशी पर्यटक अकेले, 24.43 प्रतिशत परिवार के साथ, 20.31 प्रतिशत दोस्तों के साथ भ्रमण के लिए आए थे।


महाकुंभ के दौरान तीनों शहरों में रही भारी भीड़
बता दें कि महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के साथ-साथ वाराणसी और अयोध्या में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इन तीनों शहरों में भारी भीड़ रही। महाकुंभ के बाद भी इन शहरों में भक्तों का आना जारी रहा। सामान्य दिनों में भी इन तीनों धर्म नगरियों में देश-विदेश के पर्यटकों का आना जारी रहता है।पसंदीदा जगह

12.27%, वाराणसी
19.96%, प्रयागराज
22.55% अयोध्या
कहां जाएंगे

7.46 % वाराणसी
32.57 % प्रयागराज
12.46 % अयोध्या

पिछली बार कहां गए थे
8.81 % वाराणसी
22.68 % प्रयागराज
27.32 % अयोध्या








