जिसमें कृषि विभाग के साथ-साथ सिंचाई, लघु सिंचाई, सहकारिता, मत्स्य, उद्यान, नलकूप, पशुपालन, विद्युत, कृषि विज्ञान केन्द्र, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक, प्रधानमंत्री फसल बीमा के प्रतिनिधि, गन्ना, रेशम एवं जनपद के कृषकों द्वारा सहभागिता किया गया। सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी देते हेतु अधिक से अधिक कृषकों को योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया गया। इसी क्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक श्रीमती प्रतीक्षा सिंह द्वारा बताया गया कि हमारे शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु मोटा अनाज यथा-ज्वार, बाजरा, मक्का, सांवा कोदो आदि व हरी सब्जियों का संतुलित मात्रा में अहार के रूप में प्रयोग करना चाहिए। साथ ही बताया गया कि सहजन में भरपूर मात्रा में बिटामिन होता जिसके पौधे प्रत्येक कृषक को लगाना चाहिए तथा सहजन की तैयार पत्तियों को पाउडर बनाकर 10 से 20 ग्राम तक सेवन करने से शरीर में खून की मात्रा में वृद्धि होती है। प्रसंस्करण के क्षेत्र में गेहूॅ की दलिया, कच्चे बेल का मुरब्बा आदि बनाकर बिक्री कर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं। जिला कृषि अधिकारी द्वारा बताया गया कि दलहनी एवं तिलहनी की बुवाई शुरू हो गयी है। वर्तमान समय में सभी राजकीय कृषि बीज गोदामों पर बीज उपलब्ध है, जो कृषको को तत्काल सब्सिडी पर देय है। जनपद में मांग के अनुसार करन वंदना गेहॅू बीज का अधिक मात्रा में उठान किया जा रहा है तथा फसलवार बीज के रेट बताए गए। श्री पवन कुमार, प्रधानमंत्री फसल बीमा के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि रबी में गेहूॅ, चना, आलू, मसूर एवं मटर को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत आच्छादित कर दिया गया है, जो निर्धारित प्रीमियम पर क्षति की पूर्ति की जाती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत रबी की फसलों का बीमा करा सकते हैं। जिसकी क्षतिपूर्ति ओलावृष्टि, अतिवृष्टि इत्यादि से फसलों में हुई क्षति की पूर्ति हेतु 72 घण्टे के अन्दर कृषक द्वारा प्रस्तुत प्रत्यावेदन एवं टोल फ्री नम्बर 144447 पर शिकायत दर्ज कराए जाने के क्रम में सम्बन्धित द्वारा स्थलीय निरीक्षण/सत्यापन करने के उपरान्त फसल बीमा की धनराशि नियमानुसार भुगतान की कार्यवाही की जाती है। सहकारिता विभाग द्वारा बताया गया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में सभी समितियों पर डी0ए0पी0 उपलब्ध है। वर्तमान में कर्मचारियों की कमी के कारण समितियॉं रोस्टर के अनुसार समितियॉं खुल रही है। समितियों पर सचिव का नाम व मोबाइल नम्बर अंकित है, साथ ही कृषको से नैनो यूरिया एवं नैनो डी0ए0पी0 का प्रयोग करने हेतु अनुरोध किया गया। सहायक जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक द्वारा बताया गया कि जिन कृषको द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया गया है उसे हर साल नवीनीकरण कराते रहे, ताकि योजना का लाभ मिल सकें तथा हर साल नवीनीकरण कराने पर 10 प्रतिशत बढ़ाकर लोन लिया जा सकता है। 3 साल की समयावधि व्यतीत होने पर खाते को नवीनीकरण नहीं कराया जाता है, तो खाता एन0पी0ए0 हो जाता है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी वाराणसी श्री बृजेश कुमार विश्वकर्मा द्वारा बताया गया कि फसलों में कीट-रोग लगने के कारण उत्पादन घट जाता है। जिसकी रोक-थाम हेतु भूमि एवं बीज शोधन यथा रसायन एवं जैविक विधि से किया जा सकता है। ट्राईकोडर्मा कृषि रक्षा भण्डारों पर 75 प्रतिशत एवं क्लोरोपाइरीफास, मैलाथियान, कार्बेन्डाजिम, मैन्क्रोजेब व कॉपर आक्सीक्लोराइड मूल्य का 50 प्रतिशत अनुदान पर देय है साथ ही बताया गया कि सहभागी फसल निगरानी व निदान प्रणाली योजना के तहत उल्लिखित नम्बर पर 9452247111 व 9452257111 पर कृषकों द्वारा एस0एम0एस0/व्हाट्सएप द्वारा कीटरोग से सम्बन्धित समस्याएं भेजकर फसलों में लगने वाले रोगों के नियंत्रण हेतु जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उद्यान विभाग द्वारा बताया गया कि रबी में प्याज का बीज निःशुल्क दिया जाएगा तथा आलू का बीज भी तीन दिनों के अन्दर प्राप्त हो जाएगा जो निर्धारत मूल्य पर देय है। किसी भी प्रकार के बीज को प्राप्त करने हेतु कृषको को सम्बन्धित वेब-साईड पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा, साथ ही बताया गया कि मत्स्य पालक मखाने की खेती करने हेतु विभाग से सम्पर्क करें। इच्छुक कृषकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। विद्युत विभाग द्वारा बताया गया कि निजी नलकूपों हेतु 30 नवम्बर, 2024 तक ऋण माफी योजना सुचारू रूप से संचालित रहेगी तथा जिन कृषको का 31 मार्च, 2023 का बिजली का बिल जमा था उनका 143 यूनिट तक बिजली का बिल माफ रहेगा। कृषक श्री मनोज कुमार पाण्डेय, ग्राम-सहमलपुर, विकास खण्ड हरहुआ द्वारा बताया गया कि नलकूप स्थापित हो गया है, परन्तु अभी तक नाली नहीं बनी है। उपस्थित अधिकारी द्वारा बताया गया कि 400 मीटर नाली बना दिया गया है इसी क्रम में मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा जिला कृषि अधिकारी, वाराणसी को निर्देशित किया गया कि उक्त स्थान का स्थलीय निरीक्षण कर यथास्थिति से अवगत कराएं, साथ मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा राजकीय नलकूप के उपस्थित अधिकारी से पूछा गया कि वर्तमान में आपके कितने राजकीय नलकूप चालू अवस्था में है, कितने खराब अवस्था में है तथा कितनों का परित्याग कर दिए गए हैं, सम्बन्धित अधिकारी द्वारा यथास्थिति स्पष्ट न किए जाने के क्रम में निर्देशित किया गया कि समस्त राजकीय नलकूपों की अद्यतन स्थिति से एक सप्ताह के अन्दर अवगत कराए एवं लघु सिंचाई को निर्देशित किया गया कि जनपद में कितने छोटे बड़े नाले है। उनका सर्वे कराकर तीन दिनांे के अन्दर अवगत कराएं तथा यू0पी0 नेडा द्वारा निरंतर किसान दिवस की बैठकों से अनुपस्थित रहने की स्थिति में कड़ा रोष व्यक्त किया गया। इसी क्रम में समस्त विभागों को निर्देशित किया गया कि उपस्थित कृषकों द्वारा जो भी समस्याएं इस किसान दिवस के माध्यम से उठायी गयी है उसका समाधान तत्काल करें।
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में बुधवार को विकास भवन सभागार में जिला सलाहकार एवं समन्वय समिति की बैठक में संपन्न हुई।
*जिलाधिकारी ने जिला सलाहकार एवं संबंध में समिति की बैठक में प्रगति समीक्षा की* *जिलाधिकारी ऋण जमा अनुपात बढ़ाए जाने के लिए बैंकर्स को दिया निर्देश* वाराणसी। बैठक में…
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