*सात आयुष्मान आरोग्य मंदिर हुए एनक्वास सर्टीफाइड*
*54 स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प पुरस्कार, 22.35 लाख से किये गये पुरस्कृत*
*•एनक्वास के मूल्यांकन में हाथी बाज़ार, पूरे, कालकाधाम, मोहनसरांय, रौनाखुर्द, जाल्हूपुर और गरथमा एवं एचडब्ल्यूसी ने लहराये परचम*
*• चार पीएचसी, ग्यारह यूपीएचसी एवं उन्तालिस एसडब्ल्यूसी को मिला कायाकल्प पुरस्कार*
वाराणसी। आरोग्यं परमं धनम् को ध्याम में रखते हुए घर के नजदीक ही संचालित किए जा रहे आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से समुदाय में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ाई जा रही है। हाल ही में भारत सरकार ने जनपद के सात आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (एचडब्ल्यूसी) को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टेंडर्ड (एनक्वास) सर्टीफाइड किया है, जिसमें आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के हाथीबाजार, पूरे व कालकाधाम, अराजीलाइन ब्लाक के मोहनसरांय, चोलापुर ब्लाक के रौनाखुर्द, चिरईगाँव ब्लाक के जाल्हूपुर तथा पिंडरा के गरथमा के आयुष्मान आरोग्य मंदिर शामिल हैं। इस सम्बन्ध में *मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी* ने जानकारी दी| उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जनपद की 54 स्वास्थ्य इकाइयां कायाकल्प पुरस्कार से पुरस्कृत की गयी हैं जिनके लिए 22 लाख 35 हजार पुरस्कार धनराशि से नवाजा गया है| चोलापुर ब्लाक के रौनाखुर्द ने एनक्वास के मूल्यांकन में 91.36 फीसदी, चिरईगाँव ब्लाक के जाल्हूपुर ने 91.09 फीसदी, आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के हाथी बाज़ार ने 88.16 फीसदी, पूरे ने 84.36 फीसदी और कालकाधाम ने 86.85 फीसदी स्कोर हासिल किया है एवं अराजीलाइन ब्लॉक के मोहनसरांय ने 84.13, पिंडरा ब्लाक के गरथमा ने 80.83 फीसदी अंक प्राप्त किये हैं। सीएमओ ने इन केन्द्रों पर कार्यरत आयुष्मान आरोग्य मंदिर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम, आशा संगिनी, समस्त आशा कार्यकताओं और ग्राम प्रधानों को बधाई दी।
मंडलीय सलाहकार डॉ तनवीर सिद्दिकी ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को भारत सरकार की ओर से निर्धारित सात मानकों जैसे केयर इन प्रेग्नेंसी एंड चाइल्ड बर्थ, निओनेटल एंड इंफेंट हेल्थ सर्विसेज़, चाइल्डहुड एंड एडोलसेंट हेल्थ सर्विसेज़, फैमिली प्लानिंग, मैनेजमेंट ऑफ कम्यूनिकेबल डिजीज, मैनेजमेंट ऑफ सिम्पल इलनेस इनक्लूडिंग माइनर एलीमेंट्स एवं मैनेजमेंट ऑफ नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज़ पर बेहतर कार्य करने के लिए एनक्वास प्रमाणपत्र दिया गया है।
अर्बन नोडल डॉ अमित सिंह ने बताया कि कायाकल्प पुरस्कार में प्रत्येक वर्ष अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था व स्वास्थ्य सेवायें देने का मूल्यांकन कर कायाकल्प पुरस्कार दिया जाता है। कायाकल्प अवार्ड के लिए अस्पतालों में स्वच्छता, संक्रमण फैलने से रोकने के लिए किए गए इंतजाम, बायो वेस्ट मैनेजमेंट और मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं पर आधारित होता है। इस वर्ष में ग्रामीण क्षेत्र की चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ, बडागांव, सेवापुरी, चिरईगांव एवं शहरी क्षेत्र के 11 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मडुआडीह,पांडेपुर, दुर्गाकुंड, अर्दली बाज़ार, भेलूपुर, बजरडीहा, कोनिया, माधवपुर, कैंटोमेंट, टाउनहाल तथा जैतपुरा शामिल हैं|
एनक्वास एवं कायाकल्प के सभी असेस्मेंट (मूल्यांकन) कार्य में समस्त नोडल अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक (डीपीएम) संतोष कुमार सिंह, समस्त एमओआईसी, समस्त स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, अर्बन कोआर्डिनेटर, क्वालिटी एश्योरेंस के मंडलीय सलाहकार डॉ तनवीर सिद्दकी एवं अन्य कर्मचारियों व संबन्धित स्टाफ द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया गया।